हमारा उत्तराखण्ड
सभ्यता व संस्कृति का आगार देवभूमि उत्तराखण्ड
भक्ति भावना का भण्डार केदार-मानस उत्तराखण्ड
षौर्य अदम्य साहस का आंचल वीरभूमि उत्तराखण्ड
स्वर्ग सा सुन्दर रमणीक हमारी पूण्यभूमि उत्तराख्ण्ड।
बदरीनाथ केदारनाथ,गंगोत्री,यमनोत्री जैसे पावन धाम
गंगा,यमुना,सरयू,रामगंगा आदि नदियां बहती अभिराम
खिलते हैं बुरांस,ब्रहमकमल,दौडते कस्तूरीमृग मोनाल
केदारताल,सहस्रताल,भीमताल,रूपकुण्ड जैसे गहरे ताल।
सप्तसिन्धु,पंचप्रयाग,पंचबदरी और यहीं हैं प्रसिद्ध पंचकेदार
पावन हेमकुण्ड साहिब,पिरान कलियर,ऋशीकेष-हरिद्धार
चांदी सा चमकता भारत का विषाल भाल सुरभ्य हिमालय
साधु-संत, ऋशि-मुनियों,जोगी,संत फकीरों का तीर्थालय।
खिलते हैं बुग्याल फैली हैंजडी-बूटियां व फूलों की घाटी
सुमन,चन्द्रसिंह गढवाली,माधोसिंह गबर सिंह की पावन माटी
बावन गढ का छबीला गढवाल, चन्द वंष का रंगीला कुर्मांचल
नन्दादेवी,चैखम्बा,बन्दरपूंछ,पंचाचूली,कैलाष जैसे पर्वतीय अंचल।
गढवाली,कुमांउनी,जौनसारी,थारू,भोटिया यहां के मूल निवासी
मसूरी,नैनीताल,पौडी,,रानीखेत,अल्मोडा पर्यटन स्थल उत्तरकाषी